Chandigarh: Haryana से एक महत्वपूर्ण खबर सामने आई है। Punjab and Haryana Highcourt ने हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) को बड़ा झटका देते हुए उस फैसले को रद्द कर दिया है, जिसमें पिछड़े वर्ग (BC) के उम्मीदवारों के प्रमाणपत्रों को अस्वीकार कर दिया गया था, और अधिक अंक प्राप्त करने वाले उम्मीदवारों को अनारक्षित श्रेणी में शामिल कर लिया गया था।
Published by-Mewatlive,11/02/25 12:30 IST
Punjab and Haryana Highcourtt का फैसला:HSSC CET Update
Justice जगमोहन बंसल की खंडपीठ ने विवादित आदेशों को रद्द करते हुए स्पष्ट किया कि इस फैसले का लाभ उन सभी उम्मीदवारों को मिलेगा, जिन्हें पिछड़ी जाति(BC) से सामान्य श्रेणी (General Category) में स्थानांतरित कर दिया गया था।
.HSSC उम्मीदवारों ने सामान्य पात्रता परीक्षा (CET) के दौरान अपने BC प्रमाणपत्र प्रस्तुत किए थे और Shortlist भी हुए थे। लेकिन, उनके प्रमाणपत्र 01.04.2023 की कट-ऑफ तिथि से पहले के होने के कारण, उन्हें आरक्षण का लाभ देने से इनकार कर दिया गया।
Punjab and Haryana Highcourt ने उठाए ये प्रमुख बिंदु:HSSC CET Update
1. HSSC की जिम्मेदारी:कोर्ट ने कहा कि भर्ती विज्ञापन और अधिसूचना के प्रावधानों के अनुसार, HSSC परिवार पहचान पत्र (PPP) के माध्यम से जाति, पारिवारिक आय और संपत्ति के संबंध में आवेदकों के दावे को सत्यापित करने में सक्षम था।
2.. आवेदकों को अनुचित नुकसान: जिन आवेदकों ने CET और दूसरे चरण की परीक्षा उत्तीर्ण की है, उन्हें लाभ देने से इनकार करना गलत था। यह तर्क कि आवेदकों ने नवीनतम BC प्रमाणपत्र प्रस्तुत नहीं किया, अस्वीकार्य है।
High Court ने दिया उदाहरण:
High Court ने कहा कि 17 अक्टूबर 2021 की अधिसूचना और 22 मार्च 2022 के निर्देशों के अनुसार, BC प्रमाणपत्र में आय और संपत्ति संबंधी जानकारी शामिल होती है और यह 31 मार्च तक वैध रहता है।
#HSSC की गलती और वित्तीय वर्ष का अंतर:
– CET का आयोजन: HSSC ने 5 और 6 November, 2022 को CET आयोजित की थी, जबकि आवेदकों ने May-July 2022 के दौरान अपने दस्तावेज़ जमा किए थे।
– वित्तीय वर्ष का प्रभाव: CET के लिए वित्तीय वर्ष 2021-22 था, जबकि फरवरी 2024 में जारी विज्ञापन के अनुसार यह 2022-23 था।
– तीन वित्तीय वर्षों का अंतर:28 जून 2024 के Advertisement तक आवेदन दाखिल करने की प्रक्रिया में 3 अलग-अलग वित्तीय वर्ष (2021-22, 2022-23, 2023-24) शामिल थे।
#70 हजार Applicants को मिलेगा लाभ:
इस फैसले से हरियाणा के करीब 70 हजार युवाओं को फायदा मिलेगा। जिन पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारों को HSSC ने आरक्षण के लाभ से वंचित कर दिया था, उन्हें CET में फिर से Reserved Category में शामिल किया जाएगा। इससे उन्हें Group C और Group D की नौकरियों में लाभ मिलेगा।
#HSSC ने स्वीकार की गलती:HSSC CET Update
HSSC ने स्वीकार किया कि विवादित आदेश में BC प्रमाणपत्र 1 अप्रैल 2023 की कट-ऑफ डेट से पहले का था। याचिकाकर्ताओं ने सरल पोर्टल से BC प्रमाणपत्र डाउनलोड किए थे, जिनकी तिथि 23 March 2023 और 10 March 2024 थी।
#Verification Process:HSSC CET Update
अधिनियम-2021 के तहत, आवेदक आधिकारिक पोर्टल पर अपनी जानकारी अपलोड करता है, जिसे सक्षम प्राधिकारी द्वारा सत्यापित किया जाता है। यह सत्यापित जानकारी सरल पोर्टल से प्राप्त BC प्रमाणपत्र का आधार बनती है। हाईकोर्ट ने माना कि यह प्रक्रिया वैध है और आवेदकों ने इसका पालन किया।
इस फैसले से हरियाणा के हजारों उम्मीदवारों को न्याय मिला है, जो तकनीकी कारणों से अपने हक से वंचित हो रहे थे। अब, वे अपने अधिकारों का लाभ उठा सकेंगे और राज्य की सेवा में योगदान दे सकेंगे।
High Court के इस फैसले के बाद जल्द ही HSSC CET 2022 Revised List आने की उम्मीद है.